News Most One Post - प्रमुख समाचार पढ़ो एक बार : 14/05/2024
प्रमुख समाचार पढ़ो एक बार में दिन भर के प्रमुख समाचार को समाहित किया जाता है अर्थात एक पोस्ट में ही दिन भर के प्रमुख समाचारों का अवलोकन करना सरल हो जाता है। कई समाचार ऐसे भी होते हैं जिनकी कड़ियाँ एक-दूसरे से जुड़ी होती है जिसे समझना यहां सरल हो जाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने तीसरी बार किया वाराणसी से नामांकन
आज लोकसभा चुनाव 2024 के लिये प्रधानमंत्री मोदी ने तीसरी बार वाराणसी से नामांकन किया। सबसे पहले उन्होंने दशाश्वमेध घाट पर गंगा पूजन किया। फिर क्रूज पर चढ़कर नमो घाट पहुंचे, कालभैरव जो कि काशी के कोतवाल कहे जाते हैं की पूजा करके उनसे अनुमति लेकर जिलाधिकारी के कार्यालय पहुंचे। 12 बजे के कुछ देर बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अपना नामांकन किया। प्रधानमंत्री के नामांकन में कई प्रमुख नेता उपस्थित थे।
NDA का शक्ति प्रदर्शन
प्रधानमंत्री के वाराणसी से नामांकन पर शक्तिप्रदर्शन भी देखा गया। एक दिल्ली के (दंतहीन) शक्तिहीन मुख्यमंत्री केजरीवाल हैं जो कारागार से अंतरिम बंधन सुरक्षा पर 21 दिनों के लिये बाहर आने के बाद पंजाब के CM भगवंत मान को लेकर घूमते फिरते हैं। उन्हें सबसे बड़ा संकेत था कि मोदी के समकक्ष बनने से पहले वास्तविकता को समझ लो। तुमसे अधिक शक्तिशाली 12 अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री के साथ नामांकन पर भी उपस्थित होते हैं।
शक्ति प्रदर्शन का भी अपना प्रभाव होता है और सभी नेता अपना-अपना शक्ति प्रदर्शन करते ही रहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने भी चुनाव के नामांकन करने के बाद शक्ति प्रदर्शन किया। लेकिन उससे बड़ा शक्ति प्रदर्शन तो ये था कि पूरी वाराणसी मोदीमय हो गया था। मोदी की क्या लोकप्रियता है वो काशी में देखने को मिला।
#WATCH वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज NDA के नेताओं से मुलाकात की। जिसमें केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य नेता शामिल हैं।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 14, 2024
प्रधानमंत्री मोदी ने आज वाराणसी लोकसभा सीट से… pic.twitter.com/hLbDth2Lf8
वाराणसी की जनता ने मोदी के कार्यों को भी गिनाया और विपक्षियों को समझाया कि मोदी को अपने कार्य बताने की आवश्यकता नहीं है। मोदी ने दस वर्षों में जो कुछ भी किया है वो जनता भी जान रही है और बता भी रही है।
आतंकवाद हो या नक्सलवाद सबको समाप्त करने का संकल्प - मोदी
मोदी ने आज कोडरमा (झारखंड) में एक चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुये आतंकवाद और नक्सलवाद को जड़ से मिटाने का संकल्प बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद और नक्सलवाद को मिटाने की गारंटी देते हुये कहा : "मैं कोडरमा की धरती से यह गारंटी दे रहा हूं आतंक हो या नक्सलवाद, मोदी अपने तीसरे कार्यकाल में इन पर बहुत बड़ा प्रहार करने का संकल्प ले चुका है। मोदी झारखंड को फिर से नक्सलवाद का गढ़ नहीं बनने देगा..."
#WATCH कोडरमा, झारखंड: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मैं कोडरमा की धरती से यह गारंटी दे रहा हूं आतंक हो या नक्सलवाद, मोदी अपने तीसरे कार्यकाल में इन पर बहुत बड़ा प्रहार करने का संकल्प ले चुका है। मोदी झारखंड को फिर से नक्सलवाद का गढ़ नहीं बनने देगा..." pic.twitter.com/ydzl7VGRBJ
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इसके साथ ही मोदी ने धारा 370 के ऊपर कहा : "जो लोग धारा 370 को लेकर मोदी को दिन-रात गालियां दे रहे थे, वे कान खोलकर सुन लें। यह धारा 370 की दीवार हटी है और हमारे दिलों को जोड़ दिया है।"
"मैं चोरों को नींद से सोने नहीं दूंगा। मैं उनकी नींद उड़ा दूंगा और उनके खज़ाने भी खाली कर दूंगा., झारखंड में आज अपनी आस्था का पालन करना मुश्किल हो गया है, जिहादी मानसिकता वाले घुसपैठिए झुंड बनाकर हमला कर रहे हैं। झारखंड सरकार आंखें मूंदकर बैठी हुई है" - मोदी
ईमेल बम का क्या राज है ?
बीते कुछ दिनों से ईमेल द्वारा बम की धमकी का एक ऐसा क्रम आरम्भ हुआ है जो रुकने का नाम नहीं ले रहा है। आज फिर से दिल्ली के कई अस्पतालों में बम की धमकी भरा ईमेल भेजा गया था। दो दिन पहले भी तीन अस्पताल में ईमेल भेजा गया था, दिल्ली एयरपोर्ट पर भी बम की धमकी भरा ईमेल मिला था। इसी तरह पिछले दिन जयपुर में भी ईमेल बम मिला था।
पहली बार जब धमकी मिली थी तो बहुत गंभीरता से लिया गया था कर देश भर में समाचार छा गया था। समाचार चैनलों द्वारा दिनभर बम का समाचार ही प्रसारित किया जाता रहा। लेकिन अब एक सामान्य समाचार की तरह थोड़ी सी चर्चा होती है।
लेकिन इसके पीछे राज क्या है इस उसे ढूँढना आवश्यक है। बारम्बार ईमेल से अलग-अलग स्थानों पर बम होने की (झूठी) धमकी देने के पीछे कौन है और उसका उद्देश्य क्या है ? भले ही ईमेल विदेश से भेजा जाता हो किन्तु भारत में उसका किससे सम्बन्ध है अर्थात उसका सहयोगी कौन है आदि।
- क्या कोई बड़ी घटना करने के लिये भ्रमित करने के उद्देश्य से ऐसा किया जा रहा है ?
- क्या पुलिस को ईमेल बम में उलझाकर को बड़ा कुकर्म किया जा रहा है ?
- क्या चुनाव में टीवी चैनलों का ध्यान अन्य बातों से हटाकर बम पर आकर्षित करने के लिये किया जाता है।
- क्या चुनाव को प्रभावित करने और जनता को भयाक्रांत करने का प्रयास है।
स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट की संजय सिंह ने पुष्टि किया
कल हुये स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट की घटना पर आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने आज पार्टी आधिकारिक पक्ष रखा : AAP सांसद संजय सिंह ने कहा, "कल एक बेहद निंदनीय घटना घटी। कल सुबह अरविंद केजरीवाल के आवास पर स्वाति मालिवाल मुलाकात करने पहुंची थी, वह ड्राइंग रूम में इंतज़ार कर रही थी तभी विभव कुमार(अरविंद केजरीवाल के PA) वहां आते हैं और वे स्वाति मालिवाल के साथ बेहद बदतमीज़ी की और अभद्रता की।"
साथ ही यह भी कहा कि इस घटना का आम आदमी पार्टी समर्थन नहीं करती : "इस पूरे मामले की जानकारी स्वाति मालिवाल ने पुलिस को दी... अरविंद केजरीवाल ने पूरी घटना को संज्ञान में लिया है और सख्त कार्रवाई करने को कहा है... वह पार्टी की पुरानी और वरिष्ठ नेता में से एक हैं... हम सब उनके साथ हैं..."
यही वक्तव्य यदि कल देते तो देश को सच लगता, आज तब ये वक्तव्य दिया गया है जब आम आदमी पार्टी की हर जगह किरकिरी होने लगी। राजनीतिक हानि से बचने के लिये अंत में बाध्य होकर यह वक्तव्य दिया गया ऐसा लोग समझते हैं।
रायबरेली में एकतरफा चुनाव
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने रायबरेली में एकतरफा चुनाव होने की बात कही और देश को ये अच्छा भी लगा। संभवतः कांग्रेस ये मान चुकी है कि उसके लिये चुनाव का अर्थ देश भर का चुनाव नहीं रायबरेली का चुनाव है। सचिन पायलट ने कहा, :
"रायबरेली में एकतरफा चुनाव है, राहुल गांधी यहां रिकॉर्ड मतों से जीतेंगे। भाजपा पूरी ताकत और संसाधन लगा रही है, सत्ता का दुरुपयोग हो रहा है। यहां सिंगल, डबल दोनों इंजन लगे हैं लेकिन कोई काम नहीं आ रहा। जाति, धर्म से ऊपर उठकर यह चुनाव है, रायबरेली के लोग राहुल गांधी को आशीर्वाद देने के लिए उत्सुक हैं और वे उन्हें भारी मतों से जिताएंगे"
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पंचतत्व में विलीन
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी का कल निधन हो गया था आज दोपहर उनका पार्थिव शरीर उनके निवास पर लाया गया। सभी राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं ने ट्वीट करके शोक संदेश दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त करते हुये ट्वीट किया था : "पार्टी में अपने मूल्यवान सहयोगी और दशकों से मेरे मित्र रहे सुशील मोदी जी के असामयिक निधन से अत्यंत दुख हुआ है। बिहार में भाजपा के उत्थान और उसकी सफलताओं के पीछे उनका अमूल्य योगदान रहा है। आपातकाल का पुरजोर विरोध करते हुए, उन्होंने छात्र राजनीति से अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। वे बेहद मेहनती और मिलनसार विधायक के रूप में जाने जाते थे। राजनीति से जुड़े विषयों को लेकर उनकी समझ बहुत गहरी थी। उन्होंने एक प्रशासक के तौर पर भी काफी सराहनीय कार्य किए। जीएसटी पारित होने में उनकी सक्रिय भूमिका सदैव स्मरणीय रहेगी। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं।"
पटना के गंगा घाट पर आज शाम होगा सुशील मोदी का अंतिम संस्कार किया जायेगा। BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा अंतिम संस्कार में सम्मिलित होंगे।